शहीद विजयपाल सिंह, ढाका की ढाणी, झुंझुनूं, 10 जून, 1999,
नवलगढ़ के समीप ढाका की ढाणी निवासी नौरंग सिंह अौर सोनी देवी के पुत्र विजय पाल का जन्म 25 अप्रैल 1976 को हुआ था। भारत मां की रक्षा, देश के प्रति सम्मान जैसी बातें सुन कर बड़े हुए विजय पाल का विवाह सांवल का बास की सरिता से हुआ। इसके बाद सरिता ने कई साल तक उनसे सीमा पर तैनाती के दौरान की कहानियां सुनीं, लेकिन सबसे बड़ा कहानी बनी 10 जून 1999 को 17 जाट रेजिमेंट के विजय पाल कारगिल सेक्टर मेें घुसपैठियों का आमने-सामने मुकाबला करते हुए शहीद हो गए, वह दिन आज भी इस परिवार के लिए गौरव का दिन बना हुआ है। विजय पाल बहुत अच्छे बाॅक्सर थे। जिन्होंने कारगिल रूपी रिंग में पाक घुसपैठियों को धराशायी किया। आज गांव में विजय पाल की प्रतिमा उनके शौर्य की कहानी कहती प्रतीत होती है।
शहीद विजयपाल ढाका
शहीद विजयपाल ढाका
Comments
Post a Comment